Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
Shiv Chalisa is a “forty verse” prayer which praises the Lord and asks for his assist in removing hardships and road blocks in devotee’s life.
लिङ्गाष्टकम्
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अर्थ: हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
अर्थ: आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच Shiv chaisa खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि shiv chalisa in hindi मोहे॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥